जब विलेन बने स्टार, हीरो की चमक भी पड़ी फीकी
बॉलीवुड में सालों तक यही माना जाता रहा कि फिल्म का असली हीरो वही होता है जो अंत में जीतता है. विलेन सिर्फ कहानी को आगे बढ़ाने का जरिया होता था, लेकिन अब दौर बदल चुका है. आज थिएटर में हीरो की एंट्री से ज्यादा सीटियां और तालियां विलेन की एंट्री पर बज रही हैं. उनका अंदाज, डायलॉग, हिंसा और स्टाइल दर्शकों को खूब भा रहा है. कई बार तो विलेन ही फिल्म का सबसे यादगार चेहरा बन जाता है.