19 मिनट के बाद 40 मिनट का वायरल 'Video' क्यों कर रहा ट्रेंड? सोशल मीडिया पर आया भूचाल

40 Minute Viral Video Truth: सोशल मीडिया पर अभी तक 19 मिनट 34 सेकंड वायरल हो रहा था. अब 40 मिनट के वायरल 'वीडियो' की जमकर चर्चा हो रही है. आइए जानते हैं कि इसकी सच्चाई क्या है.

By: Shashikant Mishra

Published: December 16, 2025 5:45 PM IST

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सोशल मीडिया पर कब क्या वायरल हो जाए किसी को नहीं पता होता है. कई बार ऐसे वीडियो सामने आते हैं जिनको लेकर काफी कंट्रोवर्सी हो जाती है. बीते दिनों सोशल मीडिया पर 19 मिनट 34 सेकंड (19 Minute 34 Second Video) का एक प्राइवेट वीडियो वायरल हुआ और इसको लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ है. अब '40 मिनट का वायरल वीडियो' (40 Minute Viral Video) का कीवर्ड सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है. इसके बाद लोग इसे खोज रहे हैं लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि ऐसा कोई कोई प्रमाणित वीडियो ही नहीं है. दरअसल, ये ट्रेंड जिज्ञासा, अफवाह और क्लिबेट का नतीजा है.

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19 मिनट 34 सेकंड का वीडियो हुआ था वायरल

सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहे 40 मिनट के वीडियो की जड़े बीते दिनों वायरल हुए 19 मिनट 34 सेकंड के वीडियो से जुड़ी मानी जा रही है. उस कथित प्राइवेट वीडियो के वायरल होने के बाद 19 मिनट वाला कीवर्ड ज्यादा से फ्लैग होने लगा है. इसके बाद साइबर ठगों और क्लिकबट पेजों ने उसके जैसे नए कीवर्ड बनाने शुरू कर दिए. इसी क्रम में '40 मिनट का वायरल वीडियो' सामने आया है. साइबर ठग इस तरह से फुल लीक वीडियो जैसे दावे करके लोगों को फंसा रहे है

'40 मिनट का वायरल वीडियो' है फर्जी

बता दें कि '40 मिनट का वायरल वीडियो' असल में है ही नहीं. बल्कि फर्जी थंबनेल और अफवाहों को मिलाकर इसे बनाया गया है. ये ट्रेंड जिज्ञासा का फायदा उठाकर फैल रहा है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि लोग बिना सोचे समझे लिंक्स पर क्लिक कर रहें जो खतरे में डाल सकता है. गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, '40 मिनट का वायरल वीडियो' सर्च करने वालों की संख्या आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा है. बताते चलें कि इस तरह के वीडियोज शेयर करने को लेकर पुलिस की तरफ से वॉर्निंग दी है कि ऐसा कंटेंट देखना या शेयर करना अपराध है और इस पर कार्रवाई हो सकती है.

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एक्सपर्ट्स ने वीडियो को लेकर कही ये बात

डिजिटल की दुनिया से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे कीवर्ड्स ऑनलाइन ठगी के लिए सबसे आसान तरीका होता है. इन लिंक्स को क्लिक करने पर यूजर फिशिंग वेबसाइट पर जा सकता है और मोबाइल-लैप्टॉप में मैलवेयर डाउनलोड हो सकता है. इन सब से सोशल मीडिया और बैंकिंग डिटेल चोरी करके आपके साथ फ्रॉड हो सकता है. कुल मिलाकर ऐसा करने से मुसीबत में फंस सकते हैं. ऐसी ही एंटरटेनमेंट (Entertainment News) की लेटेस्ट खबरों के लिए बॉलीवुडलाइफ के साथ बने रहिए.